नमस्कार पाठकों, हम इस लेख में चर्चा कर रहे हैं भारत में प्रमुख बांधों के बारे में सामान्य ज्ञान (List of Major Dams in India in Hindi), जिसमें विभिन्न राज्यों में प्रमुख बांधों और उनके महत्व (Major dams and their significance) पर विस्तृत जानकारी प्रदान की गई है।
भारत को “नदियों की भूमि” के रूप में जाना जाता है, और यह कई बांधों का घर है जो जल प्रबंधन (Water management), सिंचाई (Irrigation), पनबिजली उत्पादन (Hydroelectric power generation) और बाढ़ नियंत्रण (Flood control) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये बांध कृषि और औद्योगिक जरूरतों के लिए जल संसाधनों का दोहन करने के लिए नदियों पर रणनीतिक रूप से बनाए गए हैं, जो उन्हें देश की अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचे के लिए आवश्यक बनाते हैं।
विशाल भाखड़ा नांगल बांध से लेकर सरदार सरोवर बांध तक, ये संरचनाएं लाखों लोगों के लिए जीवन रेखा के रूप में काम करती हैं।
इन बांधों के भौगोलिक वितरण और महत्व को समझना प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण है, खासकर UPSC, SSC, NDA, CDS, Railways और अन्य सरकारी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए। क्योंकि भारत में प्रमुख बांधों पर सामान्य ज्ञान के प्रश्न (GK Questions on Major Dams in India) इन प्रतियोगी परीक्षाओं में भूगोल जीके (Geography GK) अनुभाग से हमेशा पूछे जाते हैं।
इस पोस्ट में भारत के प्रमुख बांधों (Important Dams in India in Hindi), उनके स्थानों और देश के विकास में उनके योगदान को शामिल किया गया है, सभी को विस्तार से समझाया गया है जो अंततः आपको स्थैतिक जीके (Static GK) और सामान्य ज्ञान प्रश्नों (GK Questions in Hindi) की तैयारी में मदद करेगा।
बांध क्या होता है? :: What is Dam?
बांध मूल रूप से एक प्रकार की संरचना (Structure) है जो पानी के प्रवाह को रोकने के लिए बाधा (Resistance) के रूप में कार्य करती है। फिर इस जल प्रवाह (Water flow) का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों (Purpose) जैसे बिजली निर्माण (Power generation), सिंचाई (Irrigation), बाढ़-नियंत्रण (Flood control) आदि के अनुसार किया जाता है।
बाँध मुख्यतः नदी पर बनाये जाते हैं। आम तौर पर बांध के पास पानी के भंडारण (Storage) के लिए एक जलाशय (Reservoir) बनाया जाता है जो बाढ़ नियंत्रण, विद्युत शक्ति और कृषि के लिए ताजे पानी के प्रावधान के लिए पानी को नियंत्रित करता है (Regulate), लेकिन कुछ मामलों में जल भंडारण प्रदान नहीं किया जाता है।
ये जलाशय विभिन्न गतिविधियों जैसे सिंचाई, मानव उपभोग जैसे पीने का पानी, औद्योगिक उपयोग, जलीय कृषि और नौगम्यता के लिए पानी उपलब्ध कराते हैं।
पानी का उपयोग करके उत्पादित बिजली के इस रूप को जलविद्युत (Hydroelectricity) के रूप में जाना जाता है।
बांध विभिन्न उद्देश्यों को पूरा करने के लिए बनाए जाते हैं, जिनमें बिजली उत्पादन, बाढ़ नियंत्रण, सिंचाई, मानव उपभोग आदि शामिल हैं। चूँकि एक बाँध के कई उद्देश्य होते हैं इसलिए इसे बहुउद्देशीय परियोजना (Multipurpose project) भी कहा जाता है।
भारत में लगभग 5,334 बड़े बांध (Large dams) हैं और लगभग 450 बड़े बांध निर्माणाधीन हैं। बांधों की संख्या के मामले में भारत चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद तीसरे स्थान पर है।
सबसे पहला ज्ञात बांध जॉर्डन में जावा बांध (Jawa Dam) है, जो 3,000 ईसा पूर्व का है। इसके अलावा आधुनिक भारत में, धोलावीरा में 16 जलाशयों और बांधों के साथ एक जटिल जल-प्रबंधन प्रणाली (Water management system) थी।
बांध के प्रकार :: Types of Dams
बांधों को उनके आकार, उद्देश्य और संरचना के अनुसार वर्गीकृत किया जा सकता है। बांधों के प्रकार नीचे दिये गये हैं : –
- आर्क बांध (Arch dams) : आर्च बांध एक कंक्रीट बांध होता है जो धारा के विपरीत दिशा में मुड़ा हुआ होता है और इसे इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि पानी का बल मेहराब (Arch) पर दबाव डालता है, इस वजह से मेहराब थोड़ा सीधा हो जाता है। इस प्रकार के बांध संकीर्ण घाटियों (Narrow valleys) या चट्टान की खड़ी दीवारों (Steep rock walls) वाली घाटियों के लिए सबसे उपयुक्त हैं। आर्क बांध किसी भी अन्य प्रकार के बांध की तुलना में पतले होते हैं, और उन्हें बहुत कम निर्माण सामग्री की आवश्यकता होती है, यही कारण है कि ये बांध दूरदराज के क्षेत्रों में किफायती और व्यावहारिक होते हैं।
- गुरुत्व बाँध (Gravity dams) : ग्रेविटी बांध एक प्रकार का बांध है जो कठोर चट्टानी नींव (Hard rock foundation) पर कंक्रीट या पत्थर की चिनाई (Stone masonry) से बनाया जाता है लेकिन कुछ मामलों में, इन्हें मिट्टी पर भी बनाया जाता है। इसे आमतौर पर इस तरह से डिज़ाइन किया जाता है कि यह केवल सामग्री के वजन और नींव के खिलाफ इसके प्रतिरोध का उपयोग करके पानी को रोक लेता है। ग्रेविटी बांध का प्रत्येक खंड स्थिर (Steady) है और बांध के किसी भी अन्य खंड पर निर्भर नहीं है।
- चाप-गुरुत्व बाँध (Arch-gravity dams) : इस प्रकार के बांधों में आर्च बांध और गुरुत्व बाँध दोनों की विशेषताएं देखी जा सकती हैं। यह एक ऐसा बांध है जो एक संकीर्ण वक्र (Narrow curve) में ऊपर की ओर मुड़ता है और पानी के अधिकांश दबाव को घाटी की चट्टानी दीवारों की ओर निर्देशित करता है। ये बांध कंक्रीट, रोलर-कॉम्पैक्ट कंक्रीट (RCC) या चिनाई (Masonry) से बने हैं।
- बैराज बांध (Barrage dams) : बैराज बांध एक प्रकार का बांध है जिसमें कई बड़े द्वार (Large Gates) होते हैं जिन्हें पानी की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए खोला और बंद किया जा सकता है। गेटों का उपयोग अक्सर सिंचाई प्रणालियों (Irrigation Systems) के लिए जल प्रवाह को नियंत्रित और स्थिर करने के लिए किया जाता है।
- तटबंध बांध (Embankment dams) : तटबंध बांध एक प्रकार का बड़ा कृत्रिम बांध है जिसका निर्माण मिट्टी या चट्टान की विभिन्न संरचनाओं के एक जटिल अर्ध-प्लास्टिक टीले के प्लेसमेंट और संघनन द्वारा किया जाता है। तटबंध बांध पानी की ताकत को रोकने के लिए अपने वजन का उपयोग करते हैं। तटबंध बांधों को दो और मुख्य प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है, रॉक-फिल बांध और अर्थ-फिल बांध।
- रॉक-फिल बांध (Rock-Fills Dams) : रॉक-फिल बांध एक प्रकार के तटबंध बांध (Embankment dams) हैं जिनका निर्माण संकुचित मुक्त जल निकासी वाली दानेदार मिट्टी (Free-draining granular earth) से किया जाता है। इस प्रकार के बांधों में उपयोग की जाने वाली मिट्टी में अक्सर बड़े कणों (Large particles) का प्रतिशत अधिक होता है, इसलिए इसे “रॉक-फिल” नाम दिया गया है। रॉक-फिल बांधों में ऊपरी सतह पर एक अभेद्य क्षेत्र (Impervious zone) होता है और यह चिनाई (Masonry), कंक्रीट (Concrete), प्लास्टिक झिल्ली (Plastic membrane), स्टील शीट ढेर (Steel sheet piles), लकड़ी (Timber) या अन्य सामग्री से बना होता है।
- कंक्रीट-फेस रॉक-फिल बांध (Concrete-face rock-fill dams) : कंक्रीट-फेस रॉक-फिल बांध (CFRD) एक प्रकार का रॉक-फिल बांध है जो इसके ऊपरी सतह पर कंक्रीट स्लैब के साथ बनाया जाता है। यह कंक्रीट स्लैब लीकेज को रोकने के लिए एक अभेद्य दीवार (Impervious wall) के रूप में कार्य करता है और संरचना को स्थिरता भी प्रदान करता है। और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस प्रकार के बांधों का निर्माण तेजी से होता है और मिट्टी भरने वाले बांधों (Earth-fill dams) की तुलना में कम खर्चीला होता है।
- मिट्टी के बांध (Earth-fill dams) : पृथ्वी-भरण बांधों को मिट्टी के बांध (Earthen dams), लुढ़का-पृथ्वी बांध (Rolled-earth dams) या पृथ्वी बांध Earth dams) के रूप में भी जाना जाता है। इस प्रकार के बाँधों का निर्माण संकुचित मिट्टी के एक साधारण तटबंध (Embankment) के रूप में किया जाता है। इस प्रकार के बांधों में रिसाव वाले पानी को इकट्ठा करने के लिए एक नाली परत का निर्माण किया जा सकता है।
बांध के लाभ :: Benefits of Dams
बांध कई लाभ प्रदान करते हैं, जिनमें शामिल हैं :
- जल भंडारण (Water storage) : बांधों के साथ-साथ एक जलाशय (Reservoir) भी बनाया जाता है, जो सिंचाई, पीने और औद्योगिक उपयोग के लिए पानी संग्रहीत करता है, जिससे सूखे के दौरान भी स्थिर जल आपूर्ति सुनिश्चित होती है।
- जलविद्युत ऊर्जा (Hydroelectric Power) : कई बांध टरबाइनों को चलाने के लिए संग्रहीत पानी का उपयोग करके बिजली उत्पन्न करते हैं, जिससे नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable energy) मिलती है।
- बाढ़ नियंत्रण (Flood Control) : बरसात के मौसम में भारी वर्षा के दौरान जल प्रवाह को नियंत्रित करते हैं, जिससे बाढ़ का खतरा कम हो जाता है।
- सिंचाई सहायता (Irrigation Support) : कृषि भूमि को सिंचित करने में मदद करते हैं, जिससे शुष्क क्षेत्रों (Dry areas) में और सूखे के दौरान (During drought) फसल उत्पादन में सुधार होता है।
- मनोरंजन (Recreation) : बांध जलाशयों का निर्माण करते हैं जिनका उपयोग मनोरंजक गतिविधियों जैसे नौकायन, मछली पकड़ने, तैराकी और जल क्रीड़ा आदि के लिए किया जा सकता है।
- तलछट नियंत्रण (Sediment Control) : बांध तलछट (Sediment) को रोकते हैं, इसे नीचे की ओर बहने से रोकते हैं और तटीय क्षेत्रों को कटाव से बचाते हैं।
- नेविगेशन (Navigation) : बांध जल स्तर को बढ़ाकर और शांत जलमार्ग (Calm waterways) बनाकर नेविगेशन की सुविधा प्रदान कर सकते हैं।
- शैक्षिक दौरे (Educational Tours) : कुछ बांध, विशेष रूप से महत्वपूर्ण इंजीनियरिंग उपलब्धियों वाले (Significant Engineering feats), जलविद्युत (Hydroelectricity), जल प्रबंधन (Water management) और पर्यावरण संरक्षण (Environmental protection) के बारे में निर्देशित पर्यटन (Guided tours) और शैक्षिक अनुभव (Educational experiences) प्रदान करते हैं।
- वन्यजीव और पक्षी अवलोकन (Wildlife and Bird Watching) : बांध अक्सर विभिन्न प्रजातियों के लिए आवास (Habitat) बनाते हैं, जिससे वे पर्यावरण-पर्यटन (Eco-tourism) और पक्षी अवलोकन (Bird watching) के लिए बेहतरीन स्थान बन जाते हैं।
- मत्स्यपालन (Pisciculture) : बांधों द्वारा बनाए गए जलाशय अक्सर मछली पालन के लिए उपयुक्त वातावरण के रूप में काम करते हैं, यह मछली पालन के लिए एक बड़ा, शांत पानी (Calm body of water) प्रदान करते हैं।
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भारत में प्रमुख बांध :: Major Dams in India
हीराकुंड बांध (Odisha) : ओडिशा राज्य में संबलपुर के पास स्थित, हीराकुंड बांध महानदी पर बना एक मिट्टी-भरण (Earth fill) बांध है। यह बांध दुनिया का सबसे लंबा मिट्टी का बांध (Longest Earthen Dam) है। हीराकुंड जलाशय बांध के पीछे स्थित है और इसे 12 अक्टूबर 2021 को रामसर साइट घोषित किया गया था। यह भारत की आज़ादी के बाद शुरू की गई पहली प्रमुख बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजनाओं में से एक है। पूरा बांध 25.8 किमी लंबा है, जिसमें से 4.8 किमी मुख्य खंड है। यह 1957 में बनकर तैयार हुआ था।
टेहरी बांध (Uttarakhand) : उत्तराखंड के टेहरी गढ़वाल जिले में स्थित, टेहरी बांध एक बहुउद्देश्यीय चट्टान और मिट्टी से भरा तटबंध बांध (Multi-Purpose Rock and Earth-fill Embankment Dam) है। यह भागीरथी नदी पर बना है। यह भारत का सबसे ऊंचा बांध (Tallest Dam) है, जिसकी ऊंचाई 260.5 मीटर है और यह दुनिया का 13वां सबसे ऊंचा बांध है। 2006 में पूरा हुआ, यह बांध मुख्य रूप से सिंचाई, नगरपालिका जल आपूर्ति और जलविद्युत के लिए उपयोग किया जाता है। यह 1,000 मेगावाट जलविद्युत उत्पन्न करता है। टेहरी बांध का स्वामित्व और संचालन टेहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (THDCIL) के पास है।
नागार्जुन सागर बांध (Andhra Pradesh and Telangana) : नागार्जुन सागर बांध कृष्णा नदी पर नागार्जुन सागर में बनाया गया है जो आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बीच की सीमा तक फैला हुआ है। यह आंध्र प्रदेश में पलनाडु जिले और तेलंगाना में नलगोंडा जिले के बीच स्थित है, और दोनों राज्यों को सिंचाई का पानी उपलब्ध कराता है।
यह भारत की सबसे प्रारंभिक बहुउद्देश्यीय सिंचाई और जलविद्युत परियोजनाओं में से एक है, जिसे भारत में हरित क्रांति (Green Revolution) प्राप्त करने के लिए शुरू की गई “आधुनिक मंदिर / Modern Temple” नामक परियोजनाओं की श्रृंखला में शामिल किया गया था। 1967 के वर्ष में उद्घाटन किया गया यह बांध, आंध्र प्रदेश विद्युत उत्पादन निगम और तेलंगाना विद्युत उत्पादन निगम दोनों द्वारा संचालित है।
सरदार सरोवर बांध (Gujarat) : गुजरात में नर्मदा जिले के केवड़िया शहर के पास निर्मित सरदार सरोवर बांध एक कंक्रीट ग्रेविटी बांध है। नर्मदा नदी पर बना यह बांध भारत के राज्यों गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान की पानी और बिजली की जरूरत को पूरा करता है। ‘गुजरात की जीवन रेखा‘ के रूप में भी जाना जाने वाला यह बांध प्रमुख पर्यटक आकर्षण है, क्योंकि बांध के सामने श्रद्धांजलि के प्रतीक के रूप में सरदार वल्लभभाई पटेल की एक प्रतिमा बनाई गई है।
कोयना बांध (Maharashtra) : यह मलबे-कंक्रीट बांध (Rubble-Concrete dam) महाराष्ट्र के सबसे बड़े बांधों में से एक है और कोयना नदी पर बनाया गया है। यह पश्चिमी घाट (Western ghats) में सतारा जिले के कोयना नगर में स्थित है। कोयना बांध एक झील बनाता है जिसका नाम शिवसागर झील है। बांध का मुख्य उद्देश्य जलविद्युत है और कोयना जलविद्युत परियोजना (Koyna Hydroelectric Project) 1,960 मेगावाट की क्षमता के साथ भारत में दूसरा सबसे बड़ा पूर्ण जलविद्युत संयंत्र है।
इडुक्की बांध (Kerala) : केरल राज्य में इडुक्की जिले में स्थित, इडुक्की बांध एक डबल-वक्रता आर्क बांध (Double-curvature arch dam) है। इसका निर्माण पेरियार नदी के पार किया गया है और इसका निर्माण और स्वामित्व केरल राज्य विद्युत बोर्ड के पास है। इस बांध का मुख्य उद्देश्य बिजली उत्पादन, सिंचाई, पर्यटन आदि हैं। यह एशिया के सबसे ऊंचे आर्च बांधों में से एक है, जिसकी ऊंचाई 168.91 मीटर है।
भाखड़ा नांगल बांध (Himachal Pradesh and Punjab) : भाखड़ा-नांगल बांध दो अलग-अलग बांध हैं, जिनमें भाखड़ा बांध हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के भाखड़ा गांव में स्थित है और नांगल बांध भाखड़ा बांध के नीचे पंजाब के रूपनगर जिले में नंगल शहर में स्थित है। भाखड़ा नांगल बांध एक प्रकार का कंक्रीट ग्रेविटी बांध है, जो सतलुज नदी पर बनाया गया है। यह बांध गोबिंद सागर जलाशय बनाता है, जो पानी के भंडारण के मामले में भारत का तीसरा सबसे बड़ा जलाशय है।
भारत में सबसे ऊंचे, सबसे लंबे और सबसे पुराने बांध :: Highest, Longest and Oldest Dams in India
भारत का सबसे लंबा बांध | हीराकुंड बांध |
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भारत का सबसे ऊंचा बांध | टेहरी बांध |
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भारत का सबसे पुराना बांध | कल्लनई बांध |
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भारत में प्रमुख बांधों की राज्यवार सूची हिंदी में :: State-wise List of Major Dams in India in Hindi:
आंध्र प्रदेश में प्रमुख बांधों की सूची :: List of Major Dams in Andhra Pradesh
बांध का नाम | स्थान | नदी | महत्व |
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नागार्जुन सागर बांध | पलनाडु जिला | कृष्णा नदी | नागार्जुन सागर जलाशय इसी बांध से बना है और जल भंडारण की दृष्टि से यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा जलाशय है। |
श्रीशैलम बांध | नांदयाल जिला | कृष्णा नदी | भारत में दूसरा सबसे बड़ी क्षमता वाला कार्यशील जलविद्युत स्टेशन है। |
प्रकाशम बैराज | एनटीआर जिला | कृष्णा नदी | बैराज एक सड़क पुल के रूप में भी काम करता है और एक झील के ऊपर फैला हुआ है। |
सोमासिला बांध | नेल्लोर जिला | पेन्ना नदी | यह एक अर्थ-फिल एवं ग्रेविटी प्रकार का बांध है। |
कल्याणी बांध | तिरूपति जिला | स्वर्णमुखी नदी | यह बांध तिरूपति शहर के लिए जल आपूर्ति का प्रमुख स्रोत है। |
अरुणाचल प्रदेश में प्रमुख बांधों की सूची :: List of Major Dams in Arunachal Pradesh
बांध का नाम | स्थान | नदी | महत्व |
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सुबनसिरी निचला बांध | सुबनसिरी जिला | सुबनसिरी नदी | असम-अरुणाचल सीमा पर सुबनसिरी लोअर हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (SLHEP) एक निर्माणाधीन परियोजना है। |
दिबांग बांध | निचली दिबांग घाटी जिला | दिबांग नदी | एक नियोजित कंक्रीट ग्रेविटी बांध है, जिसका मुख्य उद्देश्य बाढ़ नियंत्रण और बिजली उत्पादन है। |
कामेंग बांध | पश्चिम कामेंग जिला | बिचोम और टेंगा नदियाँ | कामेंग जलविद्युत परियोजना कामेंग नदी की दो सहायक नदियों पर स्थित एक रन-ऑफ-द-रिवर आधारित परियोजना है। |
रंगानदी बांध | निचला सुबनसिरी जिला | रंगानदी / पनयोर नदी | रंगानदी नदी पर एक कंक्रीट-गुरुत्वाकर्षण बांध जो रन-ऑफ-द-रिवर योजना के रूप में कार्य करता है। |
असम में प्रमुख बांधों की सूची :: List of Major Dams in Assam
बांध का नाम | स्थान | नदी | महत्व |
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पगलाडिया बांध | नलबाड़ी जिला | पगलाडिया नदी | निर्माणाधीन रॉक-फिल बांध जिसका उद्देश्य सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण और जल विद्युत प्रदान करना है। |
खंडोंग बांध | दीमा हसाओ जिला | कोपिली नदी | एक प्रकार का ग्रेविटी बांध जिसका मुख्य उद्देश्य जलविद्युत, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण है। |
उमरोंग बांध | दीमा हसाओ जिला | उमरोंग नदी | एक प्रकार का ग्रेविटी बांध जिसका मुख्य उद्देश्य जलविद्युत, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण है। |
कार्बी लांगपी बांध | पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिला | बोरपानी नदी | कार्बी लांगपी जलविद्युत परियोजना में 2X50 मेगावाट बिजली उत्पादन की परिकल्पना की गई है। |
बिहार में प्रमुख बांधों की सूची :: List of Major Dams in Bihar
बांध का नाम | स्थान | नदी | महत्व |
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नागी बांध | जमुई जिला | नागी नदी | यह मिट्टी भराव बांध सिंचाई के मुख्य उद्देश्य के साथ 1958 में बनकर तैयार हुआ था। |
बदुआ बांध | बांका जिला | बदुआ नदी | 1965 में पूरा हुआ, इस मिट्टी-भराव बांध का मुख्य उद्देश्य सिंचाई है। |
अजय बांध | जमुई जिला | अजय नदी | अजय नदी पर यह बांध 1989 में बनकर तैयार हुआ था। |
कैलाश घाटी बांध | जमुई जिला | कैलाश घाटी नदी | इस बांध का मुख्य उद्देश्य सिंचाई है। |
नकटी बांध | जमुई जिला | नकटी नदी | आसपास की आर्द्रभूमि, नकटी पक्षी अभयारण्य जिसे रामसर स्थल के रूप में नामित किया गया है। |
छत्तीसगढ़ में प्रमुख बांधों की सूची :: List of Major Dams in Chhattisgarh
बांध का नाम | स्थान | नदी | महत्व |
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दुधावा बांध | कांकेर जिला | महानदी नदी | 1964 में बनकर तैयार हुआ यह बांध महानदी पर बना है। |
गंगरेल बांध / पंडित रविशंकर सागर | धमतरी जिला | महानदी नदी | यह छत्तीसगढ़ का सबसे लंबा और सबसे बड़ा बांध है। |
मिनीमाता हसदेव बांगो | कोरबा जिला | हसदेव नदी | यह छत्तीसगढ़ का सबसे चौड़ा बांध और छत्तीसगढ़ की पहली बहुउद्देश्यीय जल परियोजना है। |
मुरूम सिल्ली बांध | धमतरी जिला | सिलारी नदी | 1923 में पूरा हुआ, यह साइफन स्पिलवे वाला एशिया का पहला बांध है। |
मोंगरा बैराज | मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी | शिवनाथ नदी | शिवनाथ नदी पर निर्मित यह परियोजना 2008 में पूरी हुई। |
तांदुला बांध | बालोद जिला | तांदुला एवं सुख नाला | यह बांध दुर्ग और भिलाई नगर निगम क्षेत्र को पीने का पानी उपलब्ध कराता है और भिलाई इस्पात संयंत्र की औद्योगिक आवश्यकता को पूरा करता है। |
गुजरात में प्रमुख बांधों की सूची :: List of Major Dams in Gujarat
बांध का नाम | स्थान | नदी | महत्व |
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उकाई बांध / वल्लभ सागर | तापी जिला | ताप्ती नदी | वल्लभ सागर, उकाई बांध द्वारा निर्मित गुजरात राज्य का दूसरा सबसे बड़ा जलाशय है। |
सरदार सरोवर बांध | नर्मदा जिला | नर्मदा नदी | यह सरदार सरोवर जलाशय बनाता है, जो गुजरात राज्य का सबसे बड़ा जलाशय है। |
धरोई बांध | मेहसाणा जिला | साबरमती नदी | 1978 में पूरा हुआ, साबरमती पर यह गुरुत्वाकर्षण बांध सिंचाई, बिजली उत्पादन और बाढ़ नियंत्रण के लिए है। |
कर्जन बांध | नर्मदा जिला | कर्जन नदी | 1996 में पूरा हुआ, नर्मदा की सहायक नदी पर यह बांध सिंचाई के लिए है। |
दांतीवाड़ा बांध | बनासकांठा जिला | पश्चिम बनास-अंजना नदी | इस चिनाई बांध का निर्माण 1965 में मुख्य रूप से सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण के लिए किया गया था। |
हिमाचल प्रदेश में प्रमुख बांधों की सूची :: List of Major Dams in Himachal Pradesh
बांध का नाम | स्थान | नदी | महत्व |
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भाखड़ा बांध / भाखड़ा नांगल बांध | बिलासपुर जिला | सतलुज नदी | गोबिंद सागर जलाशय भाखड़ा बांध द्वारा निर्मित है, और पानी के भंडारण के मामले में यह भारत का तीसरा सबसे बड़ा जलाशय है। |
नाथपा झाकड़ी बांध | किन्नौर जिला | सतलज नदी | बांध का प्राथमिक उद्देश्य पनबिजली उत्पादन है और यह 1,500 मेगावाट के भूमिगत बिजली स्टेशन को पानी की आपूर्ति करता है। |
पंडोह बांध | मंडी जिला | ब्यास नदी | ब्यास परियोजना के तहत, बांध का प्राथमिक उद्देश्य पनबिजली उत्पादन है और पानी का उपयोग देहर पावर हाउस में बिजली उत्पादन के लिए किया जाता है। |
पोंग बांध / ब्यास बांध | कांगड़ा जिला | ब्यास नदी | इस बाँध से महाराणा प्रताप सागर झील का निर्माण हुआ। |
चमेरा बांध | चम्बा जिला | रावी नदी | यह बांध हिलस्टेशन डलहौजी के पास स्थित है और बांध का मुख्य उद्देश्य जलविद्युत है। |
जम्मू और कश्मीर में प्रमुख बांधों की सूची :: List of Major Dams in Jammu and Kashmir
बांध का नाम | स्थान | नदी | महत्व |
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सलाल बांध | रियासी जिला | चिनाब नदी | यह सिंधु जल संधि शासन के तहत जम्मू और कश्मीर में भारत द्वारा निर्मित पहली जलविद्युत परियोजना थी। |
दुल हस्ती बांध | किश्तवाड़ जिला | चिनाब नदी | यह परियोजना उत्तरी ग्रिड को अधिकतम बिजली प्रदान करती है, जिसमें लाभार्थी राज्य जम्मू और कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ हैं। |
किशनगंगा बांध | बांदीपुर के उत्तर में धर्महामा गांव के पास | किशनगंगा नदी | यह बांदीपुर के पास स्थित है और इसकी स्थापित क्षमता 330 मेगावाट है। |
अलची बांध / निमू बाज़गो जलविद्युत संयंत्र | लेह जिला | सिंधु नदी | यह परियोजना नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन (NHPC) लिमिटेड द्वारा विकसित की गई थी। |
रैटल बांध | किश्तवाड़ जिला | चिनाब नदी | चिनाब नदी पर निर्माणाधीन। |
उरी बांध | बारामुला जिला | झेलम नदी | यह भारत और पाकिस्तान के बीच वास्तविक सीमा, नियंत्रण रेखा के बहुत करीब स्थित है। |
बगलिहार बांध | रामबन जिला | चिनाब नदी | बगलिहार जलविद्युत परियोजना के रूप में भी जाना जाता है, यह जम्मू और कश्मीर विद्युत विकास निगम द्वारा निष्पादित पहली बिजली परियोजना है। |
कर्नाटक में प्रमुख बांधों की सूची :: List of Major Dams in Karnataka
बांध का नाम | स्थान | नदी | महत्व |
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अलमाटी बांध | बीजापुर जिला | कृष्णा नदी | लाल बहादुर शास्त्री बांध के रूप में भी जाना जाता है, अलमाटी बांध ऊपरी कृष्णा सिंचाई परियोजना का मुख्य जलाशय है। |
बसवा सागर बांध | यादगीर जिला | कृष्णा नदी | इस बांध को पहले नारायणपुरा बांध के नाम से जाना जाता था, इसका उपयोग सिंचाई, विद्युत उत्पादन और पीने के पानी के लिए किया जाता है। |
भद्रा बांध | चिक्कमगलुरु जिला | भद्रा नदी | इसे लक्कवल्ली बांध के नाम से भी जाना जाता है, और यह तुंगभद्रा नदी की एक सहायक नदी पर स्थित है। |
तुंगभद्रा बांध | बेल्लारी जिला | तुंगभद्रा नदी | पम्पा सागर के नाम से भी जाना जाने वाला यह बहुउद्देशीय बांध भारत का सबसे बड़ा पत्थर चिनाई वाला बांध है और देश के केवल दो गैर-सीमेंट बांधों में से एक है। |
कृष्ण राजा सागर बांध | मांड्या जिला | कावेरी नदी | सुरकी मोर्टार से बना गुरुत्वाकर्षण बांध कावेरी नदी और उसकी सहायक नदियों हेमावती और लक्ष्मण तीर्थ के संगम के नीचे है, और KRS के नाम से लोकप्रिय है। |
सुपा बांध | उत्तर कन्नड़ जिला | काली नदी | यह कर्नाटक का सबसे ऊंचा बांध है। |
लिंगनमक्की बांध | शिमोगा जिला | शरवती नदी | 1964 में कर्नाटक राज्य सरकार द्वारा निर्मित, इस बांध का उपयोग मूल रूप से जल विद्युत उत्पादन के लिए किया जाता है। |
रेणुका सागर बांध | बेलगाम जिला | मालाप्रभा नदी | रेणुका सागर बांध, जिसे मालाप्रभा बांध के नाम से भी जाना जाता है, मुख्य रूप से सिंचाई उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है। |
केरल में प्रमुख बांधों की सूची :: List of Major Dams in Kerala
बांध का नाम | स्थान | नदी | महत्व |
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मालमपुझा बांध | पलक्कड़ जिला | भरतपुझा नदी | यह केरल का दूसरा सबसे बड़ा बांध और जलाशय है। |
पोथुंडी बांध | पलक्कड़ जिला | भरतपुझा नदी | भारत के सबसे पुराने बांधों में से एक माने जाने वाले इस बांध की असामान्य विशेषता इसकी मुख्य दीवार है, जो गुड़ और बिना बुझे चूने के मिश्रण से बनाई गई है। |
असुरनकुंड बांध | त्रिशूर जिला | चेलक्कारा नदी | यह पीची-वज़ानी वन्यजीव अभयारण्य के उत्तरी किनारे पर स्थित है। |
चिम्मनी बांध | त्रिशूर जिला | कुरुमाली नदी | चिम्मीनी त्रिशूर जिले का सबसे बड़ा बांध है और चिम्मीनी वन्य जीवन अभयारण्य पास में स्थित है। सिंचाई के लिए कोई कृत्रिम नहर प्रणाली स्थापित नहीं की गई है। |
इडुक्की बांध | इडुक्की जिला | पेरियार नदी | यह एशिया के सबसे ऊंचे आर्च बांधों में से एक है। केरल का सबसे बड़ा बांध, और केरल में जलविद्युत उत्पादन का मुख्य स्रोत। |
बाणासुर सागर बांध | वायनाड जिला | काबिनी नदी | यह भारत का सबसे बड़ा पृथ्वी बांध है, भारत का पहला ऑपरेशनल फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट बाणासुर बांध में स्थापित किया गया था। |
मध्य प्रदेश में प्रमुख बांधों की सूची :: List of Major Dams in Madhya Pradesh
बांध का नाम | स्थान | नदी | महत्व |
---|---|---|---|
बाणसागर बांध | शहडोल | सोन नदी | यह मध्य प्रदेश में गंगा बेसिन में स्थित सोन नदी पर एक बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजना है, जिसका मुख्य उद्देश्य सिंचाई और जलविद्युत उत्पादन है। |
बरगी बांध | जबलपुर जिला | नर्मदा नदी | बरगी बांध मध्य प्रदेश में नर्मदा नदी पर बनने वाले 30 प्रमुख बांधों की श्रृंखला में से पहला पूर्ण बांधों में से एक है। |
इंदिरासागर | नर्मदा नगर, खंडवा जिला | नर्मदा नदी | जलाशय में संग्रहित पानी की मात्रा की दृष्टि से यह भारत का सबसे बड़ा बांध है। |
ओंकारेश्वर बांध | खंडवा जिला | नर्मदा नदी | ओंकारेश्वर मंदिर बांध के ठीक नीचे की ओर स्थित है। |
मडीखेड़ा बांध | शिवपुरी जिला | सिंध नदी | शिवपुरी जिले में सिंध नदी पर स्थित मड़ीखेड़ा बांध एक बहुउद्देशीय जलविद्युत और सिंचाई परियोजना है। |
गांधी सागर बांध | मंदसौर जिला | चंबल नदी | यह भारत की चंबल नदी पर बने चार प्रमुख बांधों में से एक है। |
तवा बांध | नर्मदापुरम जिला | तवा नदी | तवा बांध 1978 में पूरा हुआ, बांध का मुख्य उद्देश्य नर्मदापुरम और हरदा जिले में कृषि भूमि की सिंचाई करना है। 2024 में राष्ट्रीय महत्व के रामसर स्थल के रूप में नामित, तवा जलाशय का निर्माण तवा बांध के निर्माण से हुआ था। |
महाराष्ट्र में प्रमुख बांधों की सूची :: List of Major Dams in Maharashtra
बांध का नाम | स्थान | नदी | महत्व |
---|---|---|---|
कोयना बांध | सतारा जिला | कोयना नदी | महाराष्ट्र के सबसे बड़े बांधों में से एक, जो पनबिजली उत्पादन के लिए जाना जाता है। |
जयकवाड़ी बांध | औरंगाबाद जिला | गोदावरी नदी | प्रमुख सिंचाई परियोजना, मराठवाड़ा क्षेत्र में सूखाग्रस्त क्षेत्रों को पानी उपलब्ध कराती है। |
उज्जनी बांध / भीमा बांध | सोलापुर जिला | भीमा नदी | सिंचाई, पेयजल आपूर्ति और मछली पकड़ने के लिए महत्वपूर्ण। |
मुलशी बांध | पुणे जिला | मुला नदी | जलविद्युत उत्पादन और आस-पास के क्षेत्रों के लिए जल आपूर्ति के रूप में उपयोग किया जाता है। |
पावना बांध | पुणे जिला | पावना नदी | पुणे और आसपास के क्षेत्रों में सिंचाई और पीने के लिए पानी उपलब्ध कराता है। |
तानसा बांध | ठाणे जिला | तानसा नदी | मुंबई शहर को पीने के पानी की आपूर्ति करता है। |
वैतरणा बांध | नासिक जिला | वैतरणा नदी | मुंबई के लिए जल आपूर्ति का एक प्रमुख स्रोत। |
ओडिशा में प्रमुख बांधों की सूची :: List of Major Dams in Odisha
बांध का नाम | स्थान | नदी | महत्व |
---|---|---|---|
हीराकुंड बांध | संबलपुर | महानदी नदी | यह दुनिया का सबसे लंबा मिट्टी का बांध है, और भारत की आजादी के बाद शुरू हुई पहली प्रमुख बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजनाओं में से एक है। हीराकुंड जलाशय बांध के पीछे स्थित है, इसे 2021 में रामसर साइट घोषित किया गया था। |
बालीमेला बांध | मलकानगिरी जिला | सिलेरू नदी | दो राज्य आंध्र प्रदेश और ओडिशा एक संयुक्त परियोजना के रूप में गोदावरी नदी की सहायक नदी सिलेरू नदी पर बालिमेला बांध बनाने और बालिमेला बांध स्थल पर उपलब्ध सिलेरू नदी के पानी को समान रूप से साझा करने के लिए समझौते पर हैं। |
इंद्रावती बांध | भवानीपटना | इंद्रावती नदी | गोदावरी की सहायक इंद्रावती नदी पर, यह 600 मेगावाट की क्षमता के साथ पूर्वी भारत में सबसे बड़े बिजली उत्पादक बांधों में से एक है। परियोजना का संचालन और रखरखाव सरकार द्वारा किया जा रहा था। ओडिशा और जल संसाधन विभाग की। |
पटोरा बांध | नुआपाड़ा जिला | जोंक नदी | पतोरा बांध ओडिशा के नुआपाड़ा जिले में जोंक नदी पर स्थित है। यह एक महत्वपूर्ण सिंचाई परियोजना और बाढ़ नियंत्रण के रूप में कार्य करता है। |
मंदिरा बांध | सुंदरगढ़ जिला | शंख नदी | इस बांध के पानी का उपयोग राउरकेला स्टील प्लांट के लिए किया जाता है। |
पंजाब में प्रमुख बांधों की सूची :: List of Major Dams in Punjab
बांध का नाम | स्थान | नदी | महत्व |
---|---|---|---|
नांगल बांध / भाखड़ा नांगल बांध | रूपनगर जिला | सतलुज नदी | नांगल बांध पंजाब में रूपनगर जिले के नांगल शहर में भाखड़ा बांध के नीचे स्थित है। दोनों बांधों को एक साथ भाखड़ा-नांगल बांध कहा जाता है, हालांकि वे दो अलग-अलग बांध हैं। |
रणजीत सागर बांध / थीन बांध | बशोली और पठानकोट | रावी नदी | यह परियोजना 600 मेगावाट की क्षमता वाला पंजाब का सबसे बड़ा जलविद्युत बांध है। |
चौहाल बांध | होशियारपुर जिला | चौहल नदी | सिंचाई के लिए उपयोग किया जाता है और स्थानीय पर्यटन के लिए पिकनिक स्थल के रूप में कार्य करता है। |
दमसाल बांध | होशियारपुर जिला | दमसल नदी | मुख्यतः आसपास के कृषि क्षेत्रों में सिंचाई के लिए। |
हरिके बैराज | तरनतारन जिला | ब्यास और सतलुज नदियों का संगम | यह सिंचाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और एक आर्द्रभूमि के रूप में भी कार्य करता है, जो प्रवासी पक्षियों के लिए आवास प्रदान करता है। |
राजस्थान में प्रमुख बांधों की सूची :: List of Major Dams in Rajasthan
बांध का नाम | स्थान | नदी | महत्व |
---|---|---|---|
राणा प्रताप सागर बांध | चित्तौड़गढ़ जिला | चम्बल नदी | चंबल घाटी परियोजना का हिस्सा, इसका उपयोग जल विद्युत उत्पादन और सिंचाई के लिए किया जाता है। |
जवाहर सागर बांध | कोटा जिला | चम्बल नदी | चंबल नदी पर एक और महत्वपूर्ण बांध, जिसका उपयोग मुख्य रूप से जलविद्युत और सिंचाई के लिए किया जाता है। |
बीसलपुर बांध | टोंक जिला | बनास नदी | पीने और सिंचाई के लिए एक प्रमुख जल स्रोत, विशेष रूप से जयपुर और अजमेर के लिए। |
माही बजाज सागर बांध | बांसवाड़ा जिला | माही नदी | राजस्थान के सबसे बड़े बांधों में से एक, इसका उपयोग सिंचाई, पेयजल और जलविद्युत ऊर्जा के लिए किया जाता है। |
तमिलनाडु में प्रमुख बांधों की सूची :: List of Major Dams in Tamil Nadu
बांध का नाम | स्थान | नदी | महत्व |
---|---|---|---|
अमरावती बांध | तिरुपुर जिला | अमरावती नदी | इंदिरा गांधी वन्यजीव अभयारण्य, तिरुपुर जिले में स्थित, यह बांध मुख्य रूप से सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण के लिए बनाया गया था। |
मेट्टूर बांध | सेलम जिला | कावेरी नदी | मेट्टूर बांध भारत के सबसे बड़े बांधों में से एक है और तमिलनाडु में भी सबसे बड़ा है, यह बांध स्टेनली जलाशय बनाता है। |
वैगई बांध | थेनी जिला | वैगई नदी | विभिन्न फसलों की खेती पर शोध करने के लिए, तमिलनाडु सरकार ने बांध के पास एक कृषि अनुसंधान स्टेशन का निर्माण किया है। |
भवानीसागर बांध | इरोड जिला | भवानी नदी | दुनिया के सबसे बड़े मिट्टी के बांधों में से एक, भवानीसागर बांध, जिसे लोअर भवानी बांध के नाम से भी जाना जाता है, आजादी के बाद 1948 में भारत में शुरू की गई पहली बड़ी सिंचाई परियोजना थी। यह 1955 में पूरी हुई थी। |
कल्लनई / ग्रैंड एनीकट | तंजावुर जिला | कावेरी नदी | 150 ईस्वी में चोल राजवंश के करिकाल द्वारा निर्मित यह प्राचीन बांध, जो दुनिया की चौथी सबसे पुरानी जल-विभाजन या जल-नियामक संरचना है और भारत में सबसे पुराना है जो अभी भी उपयोग में है। |
तेलंगाना में प्रमुख बांधों की सूची :: List of Major Dams in Telangana
बांध का नाम | स्थान | नदी | महत्व |
---|---|---|---|
पोचमपाडु बांध/श्रीराम सागर परियोजना | निज़ामाबाद जिला | गोदावरी नदी | अक्सर “तेलंगाना के एक बड़े हिस्से के लिए जीवन रेखा” के रूप में वर्णित, पोचमपाडु परियोजना का उपयोग मुख्य रूप से सिंचाई उद्देश्य के लिए किया जाता है। यह वारंगल शहर को पीने का पानी भी उपलब्ध कराता है। |
सिंगूर बांध/एम भागारेड्डी सिंगुर परियोजना | संगारेड्डी जिला | गोदावरी नदी | यह हैदराबाद शहर के लिए पीने के पानी के एक प्रमुख स्रोत के रूप में कार्य करता है। |
निज़ाम सागर बांध | कामारेड्डी जिला | मंजीरा नदी | तेलंगाना राज्य का सबसे पुराना बांध, निज़ामसागर बांध का निर्माण 1923 में मीर उस्मान अली खान द्वारा किया गया था। |
नागार्जुन सागर बांध | नलगोंडा जिला | कृष्णा नदी | आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बीच की सीमा पर स्थित नागार्जुन सागर बांध भारत में हरित क्रांति को प्राप्त करने के लिए शुरू की गई “आधुनिक मंदिर” कहे जाने वाली बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की श्रृंखला में सबसे पहला बांध था। यह भारत की सबसे शुरुआती बहुउद्देश्यीय सिंचाई और जलविद्युत परियोजनाओं में से एक है। |
श्रीशैलम बांध | नगरकुर्नूल जिला | कृष्णा नदी | यह भारत में दूसरा सबसे बड़ी क्षमता वाला कार्यशील जलविद्युत स्टेशन है। |
उत्तर प्रदेश में प्रमुख बांधों की सूची :: List of Major Dams in Uttar Pradesh
बांध का नाम | स्थान | नदी | महत्व |
---|---|---|---|
राजघाट बांध | ललितपुर जिला | बेतवा नदी | उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश दोनों क्षेत्रों में सिंचाई और पीने का पानी उपलब्ध कराता है। |
ओबरा बांध | सोनभद्र जिला | सोन नदी | यह अपने पनबिजली संयंत्र के लिए जाना जाता है, जो राज्य के लिए प्रमुख ऊर्जा स्रोतों में से एक है। |
धनरौल बांध | सोनभद्र जिला | घाघर नदी | मुख्य रूप से क्षेत्र में सिंचाई और स्थानीय जल आपूर्ति के लिए उपयोग किया जाता है। |
माताटीला बांध | ललितपुर जिला | बेतवा नदी | सिंचाई और जलविद्युत ऊर्जा के लिए उपयोग किया जाता है, जिसे उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच साझा किया जाता है। |
रिहंद बांध | सोनभद्र जिला | रिहंद नदी | उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा बांध, जिसका उपयोग जल विद्युत उत्पादन और सिंचाई के लिए किया जाता है। |
उत्तराखंड में प्रमुख बांधों की सूची :: List of Major Dams in Uttarakhand
बांध का नाम | स्थान | नदी | महत्व |
---|---|---|---|
इचारी बांध | देहरादून जिला | टोंस नदी | बांध का प्राथमिक उद्देश्य जलविद्युत ऊर्जा उत्पादन है। बांध पानी को चिब्रो पावर स्टेशन और खोदरी पावर स्टेशन की ओर मोड़ देता है। |
कोटेश्वर बांध | टेहरी जिला | भागीरथी नदी | यह बांध टेहरी जलविद्युत परिसर का हिस्सा है। |
मनेरी बांध | उत्तरकाशी जिला | भागीरथी नदी | बांध का प्राथमिक उद्देश्य पानी को एक सुरंग में मोड़ना है जो तिलोथ पावर प्लांट को खिलाती है। |
तपोवन विष्णुगाड बांध | चमोली जिला | धौलीगंगा नदी | तपोवन विष्णुगाड हाइड्रोपावर एक निर्माणाधीन परियोजना है जो NTPC की दूसरी हाइड्रो पावर परियोजना है। |
टेहरी बांध | टेहरी गढ़वाल जिला | भागीरथी नदी | भागीरथी नदी पर यह बहुउद्देश्यीय चट्टान और मिट्टी से भरा तटबंध बांध भारत का सबसे ऊंचा और दुनिया का 13वां सबसे ऊंचा बांध है, जो 260.5 मीटर ऊंचा है। यह टेहरी जलविद्युत परिसर का प्राथमिक बांध है। |
विष्णुप्रयाग बांध | चमोली जिला | अलकनंदा नदी और धौलीगंगा नदी का संगम | यह विष्णुप्रयाग जलविद्युत परियोजना का एक हिस्सा है, जो हनुमान चट्टी के पास स्थित है। |
रामगंगा बांध (कालागढ़ बांध) | पौडी गढ़वाल जिला | रामगंगा नदी | जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के भीतर स्थित, यह बांध रामगंगा बहुउद्देशीय परियोजना का हिस्सा है, जो एक सिंचाई और जलविद्युत परियोजना है। |
पश्चिम बंगाल में प्रमुख बांधों की सूची :: List of Major Dams in West Bengal
बांध का नाम | स्थान | नदी | महत्व |
---|---|---|---|
दुर्गापुर बैराज | बांकुरा जिला | दामोदर नदी | दामोदर घाटी निगम द्वारा मुख्य रूप से सिंचाई के उद्देश्य से और दुर्गापुर की औद्योगिक टाउनशिप को पानी की आपूर्ति के लिए निर्मित किया गया है। |
फरक्का बैराज | मुर्शिदाबाद जिला | गंगा नदी | हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा निर्मित, यह बैराज फरक्का सुपर थर्मल पावर स्टेशन को पानी प्रदान करता है। |
पंचेत बांध | पुरुलिया जिला | दामोदर नदी | यह दामोदर घाटी निगम (DVC) के पहले चरण में शामिल चार बहुउद्देश्यीय बांधों में से आखिरी था, जिसका निर्माण धनबाद जिले के पंचेत में दामोदर नदी पर किया गया था और 1959 में खोला गया था। |
मुकुटमणिपुर बांध | बांकुरा जिला | कंगसबाती नदी | यह भारत का दूसरा सबसे लंबा मिट्टी का बांध है जो 11.27 किमी लंबा है। यह एकमात्र बांध है जिसे भारत सरकार के केंद्रीय जल आयोग द्वारा पश्चिम बंगाल में ‘राष्ट्रीय महत्व के बांध’ / ‘Dam of national importance’ के रूप में नामित किया गया है। |
तीस्ता बैराज | जलपाईगुड़ी जिला | तीस्ता नदी | तीस्ता बैराज परियोजना न केवल पश्चिम बंगाल बल्कि पूरे पूर्वी क्षेत्र की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजनाओं में से एक है। |
मैथन बांध | पश्चिम बर्धमान जिला | बराकर नदी | झारखंड के सबसे बड़े बांधों में से एक, यह बराकर नदी पर बना है। यह देश में निर्मित पहले बहुउद्देश्यीय बांधों में से एक है, जिसका निर्माण मुख्य रूप से बाढ़ नियंत्रण, सिंचाई और जलविद्युत उत्पादन के लिए किया गया है। यहां एक भूमिगत बिजली स्टेशन है, जो पूरे दक्षिण पूर्व एशिया में अपनी तरह का पहला है, और दामोदर घाटी बांध निगम (DVC) का एक हिस्सा है। |
भारत के प्रमुख बांध प्रश्नोत्तरी | List of Major Dams in India in Hindi MCQs
1. निम्नलिखित में से किस बांध का निर्माण इडुक्की जलविद्युत परियोजना के हिस्से के रूप में किया गया था?
[A] मैथन बांध
[B] पंचेत बांध
[C] चेरुथोनी बांध
[D] मुरूम सिल्ली बांध
[C] चेरुथोनी बांध
2. भारत का सबसे पुराना बांध, कल्लनई बांध किस नदी पर बनाया गया था?
[A] कृष्णा नदी
[B] कावेरी नदी
[C] गोदावरी नदी
[D] रावी नदी
[B] कावेरी नदी
3. निम्नलिखित में से कौन सा बांध पेरियार नदी पर बनाया गया है?
[A] इडुक्की बांध
[B] थेनमाला बांध
[C] पोथुंडी बांध
[D] कोडिवेरी बांध
[A] इडुक्की बांध
4. निम्नलिखित में से कौन सा बांध कृष्णा नदी पर नहीं है?
[A] कृष्ण राजा सागर बांध
[B] नागार्जुन सागर बांध
[C] श्रीशैलम बांध
[D] बसवा सागर बांध
[A] कृष्ण राजा सागर बांध
5. जयकवाड़ी बांध किस राज्य में और किस नदी पर स्थित है?
[A] केरल – पेरियार नदी
[B] उत्तराखंड – भागीरथी नदी
[C] महाराष्ट्र – गोदावरी नदी
[D] हिमाचल प्रदेश – टोंस नदी
[C] महाराष्ट्र - गोदावरी नदी
6. दुल हस्ती जम्मू और कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में एक जलविद्युत ऊर्जा संयंत्र है, जिसका निर्माण निम्नलिखित में से किसके द्वारा किया गया था?
[A] दामोदर घाटी निगम / DVC
[B] जम्मू और कश्मीर विद्युत विकास निगम / JKPDD
[C] सतलुज जल विद्युत निगम / SJVN
[D] राष्ट्रीय जलविद्युत ऊर्जा निगम / NHPC
[D] राष्ट्रीय जलविद्युत ऊर्जा निगम / NHPC
7. उकाई बांध गुजरात के किस जिले में स्थित है?
[A] कच्छ जिला
[B] बनासकांठा जिला
[C] नर्मदा जिला
[D] तापी जिला
[D] तापी जिला
8. हीराकुंड बांध भारत के ओडिशा राज्य में निम्नलिखित में से किस स्थान के पास बनाया गया है?
[A] कटक
[B] संबलपुर
[C] बालासोर
[D] पुरी
[B] संबलपुर
9. निम्नलिखित में से कौन सा बांध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के भीतर स्थित है?
[A] इचरी बांध
[B] रामगंगा बांध
[C] पंडोह बांध
[D] कौशल्या बांध
[B] रामगंगा बांध
10. तुलबुल परियोजना किस नदी से सम्बंधित है?
[A] रबी नदी
[B] सतलुज नदी
[C] झेलम नदी
[D] महानदी नदी
[C] झेलम नदी
11. भारत का सबसे ऊँचा बाँध, टेहरी बाँध निम्नलिखित में से किस नदी पर स्थित है?
[A] भागीरथी नदी
[B] टोंस नदी
[C] यमुना नदी
[D] गंगा नदी
[A] भागीरथी नदी
12. निम्नलिखित में से कौन सा बांध अलकनंदा नदी और धौलीगंगा नदी के संगम पर स्थित है?
[A] टेहरी बांध
[B] रामगंगा बांध
[C] विष्णुप्रयाग बांध
[D] तपोवन विष्णुगाड बांध
[C] विष्णुप्रयाग बांध
13. बगलिहार बांध किस नदी पर स्थित है?
[A] चिनाब नदी
[B] सिंधु नदी
[C] झेलम नदी
[D] रावी नदी
[A] चिनाब नदी
14. नीचे दिए गए बांधों और नदियों की तालिका से सही क्रम को पहचानें?
बांध का नाम | नदी |
---|---|
A. लिंगनमक्की बांध | 1. कृष्णा नदी |
B. सोमासिला बांध | 2. शरावती नदी |
C. अलमाटी बांध | 3. चम्बल नदी |
D. जवाहर सागर बांध | 4. पेन्ना नदी |
[B] A-2, B-4, C-1, D-3
[C] A-2, B-3, C-4, D-1
[D] A-3, B-1, C-4, D-2 Correct Answer
[B] A-2, B-4, C-1, D-3
15. थीन बांध निम्नलिखित में से किस राज्य में स्थित है?
[A] पंजाब
[B] कर्नाटक
[C] उत्तराखंड
[D] ओडिशा
[A] पंजाब
16. रैटल बांध निम्नलिखित में से किस राज्य या केंद्रशासित प्रदेश में स्थित है?
[A] जम्मू और कश्मीर
[B] लद्दाख
[C] उत्तराखंड
[D] हिमाचल प्रदेश
[A] जम्मू और कश्मीर
17. रंगानदी बांध निम्नलिखित में से किस राज्य / केंद्रशासित प्रदेश पर स्थित है?
[A] जम्मू और कश्मीर
[B] हरियाणा
[C] अरुणाचल प्रदेश
[D] पश्चिम बंगाल
[C] अरुणाचल प्रदेश
18. गोविंद बल्लभ पंत सागर बांध किस नदी पर है?
[A] महानदी नदी
[B] रिहंद नदी
[C] कृष्णा नदी
[D] शिवनाथ नदी
[B] रिहंद नदी
19. निम्नलिखित में से कौन सा बांध दामोदर घाटी निगम के बांधों का हिस्सा नहीं है?
[A] तिलैया बांध
[B] कोयना बांध
[C] मैथन बांध
[D] पंचेत बांध
[B] कोयना बांध
20. डंबूर बांध निम्नलिखित में से किस राज्य / केंद्र शासित प्रदेश में स्थित है?
[A] जम्मू और कश्मीर
[B] त्रिपुरा
[C] राजस्थान
[D] उत्तराखंड
[B] त्रिपुरा
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21. निम्नलिखित में से कौन सा युग्म गलत है?
[A] इंद्रावती बांध – ओडिशा
[B] कृष्णा राजा सागर बांध – कर्नाटक
[C] सरदार सरोवर बांध – आंध्र प्रदेश
[D] दुधावा बांध – छत्तीसगढ़
[C] सरदार सरोवर बांध - आंध्र प्रदेश
22. बरगी बांध किस नदी पर स्थित है?
[A] नर्मदा नदी
[B] सोन नदी
[C] वैनगंगा
[D] पेंच नदी
[A] नर्मदा नदी
23. भाखड़ा नांगल बाँध किस नदी पर स्थित है?
[A] रावी नदी
[B] ब्यास नदी
[C] सतलुज नदी
[D] सिन्धु नदी
[C] सतलुज नदी
24. निमू बाजगो पावर प्रोजेक्ट एक रन-ऑफ-द-रिवर पावर प्रोजेक्ट है जो एक प्रकार का जलविद्युत उत्पादन संयंत्र है जिसके तहत बहुत कम या कोई जल भंडारण प्रदान नहीं किया जाता है, निम्नलिखित में से किस नदी पर स्थित है?
[A] चिनाब नदी
[B] सिन्धु नदी
[C] झेलम नदी
[D] रावी नदी
[B] सिन्धु नदी
25. नाथपा झाकरी बांध निम्नलिखित में से किस नदी पर है?
[A] सतलुज नदी
[B] ब्यास नदी
[C] चिनाब नदी
[D] हसदेव नदी
[A] सतलुज नदी
26. सुपा बांध निम्नलिखित में से किस राज्य में स्थित है?
[A] मध्य प्रदेश
[B] तमिलनाडु
[C] कर्नाटक
[D] छत्तीसगढ़
[C] कर्नाटक
27. जवाहर सागर बांध किस नदी पर बनाया गया है?
[A] चिनाब नदी
[B] माही नदी
[C] चम्बल नदी
[D] कावेरी नदी
[C] चम्बल नदी
28. पोचमपाडु बांध पर श्रीराम सागर परियोजना किस नदी पर एक सिंचाई परियोजना है?
[A] कावेरी
[B] गोदावरी
[C] कृष्णा
[D] नर्मदा
[B] गोदावरी
29. तिपाईमुख बांध, जिसे “तिपाईमुख बहुउद्देशीय जलविद्युत बांध परियोजना” के रूप में भी जाना जाता है, निम्नलिखित में से किस राज्य में एक प्रस्तावित बांध है?
[A] पश्चिम बंगाल
[B] मणिपुर
[C] महाराष्ट्र
[D] सिक्किम
[B] मणिपुर
30. लाल बहादुर शास्त्री बांध किस राज्य में स्थित है?
[A] कर्नाटक
[B] झारखंड
[C] ओडिशा
[D] बिहार
[A] कर्नाटक